As soon as the results were released, the students celebrated their happiness by feeding each other sweets; Result of hundreds of students stuck | परिणाम जारी होते ही चहके छात्र, एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मनाई खुशियां; सैकड़ों विद्यार्थियों के रिजल्ट अटके

0

[ad_1]

  • #
  • Local
  • Uttar pradesh
  • Aligarh
  • As Soon As The Results Were Released, The Students Celebrated Their Happiness By Feeding Each Other Sweets; Result Of Hundreds Of Students Stuck

अलीगढ़8 घंटे पहले

  • #

माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) का परिणाम शनिवार को जारी हुआ। बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परिणाम एक साथ जारी किया। स# विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट किया गया है, जिसके चलते स# विद्यार्थी उत्तीण रहे # सबने जमकर खुशियां मनाई।

अलीगढ़ जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त लगभग 800 कालेज #। स# कालेजों में इस साल लगभग 1.15 लाख छात्र छात्राएं पंजीकृत थे। इसमें हाईस्कूल के 60 हजार # इंटरमीडिएट के 55 हजार विद्यार्थी #, जिनका परिणाम शनिवार को जारी हुआ।

दोपहर 3:30 बजे के बाद बोर्ड की ओर से परिणाम जारी किया गया। जिसके बाद विद्यार्थियों ने अपने रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए परिणाम वेबवाइट से डाउनलोड किया। रिजल्ट देखकर विद्यार्थियों का चेहरा खिल उठा # उन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।

सैकड़ों विद्यार्थियों के रिजल्ट अटके
परिणाम जारी होने के बाद जिले भर से अधिकारियों के पास विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम अटकने की शिकायतें आनी शुरू हो गई। रजिस्ट्रेशन नंबर डालने के बाद # इन विद्यार्थियों का परिणाम बेवसाइट पर नजर नहीं आ रहा था, जिसके बाद उन्होंने अपने प्रिंसिपल से इस बात की शिकायत की। जैन इंटर कालेज के प्रिंसिपल अंबुज जैन ने बताया कि विद्यार्थियों के रिजल्ट नजर नहीं आ रहे #, जिसकी जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक को दी जाएगी।

यूपी बोर्ड के परिणाम पर जताई आपत्ति
उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तवहीन शिक्षक महासभा के आगरा शिक्षक खंड प्रभारी पवन शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षा परिणाम को बहुत ही अनियमित तरीके से तैयार किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभिन्न संस्थानों ने अपने स्कूल के रिजल्ट को ठीक करने के लिए मनमाने तरीके से विद्यार्थियों के अंक भेजे #। उन्होंने बताया इस मामले में डीआईओएस से मिलकर सारे मामले की शिकायत की जाएगी।

अतरौलिया बोर्ड को मिला फायदा
अलीगढ़ की अतरौली तहसील नकल के कारण पूरे प्रदेश में अतरौलिया बोर्ड के नाम से कुख्यात है। देश भर से विद्यार्थी नकल के आसरे परीक्षा पास करने के लिए अलीगढ़ आते थे # यहां से परीक्षा देते थे। जिसके लिए माफिया उनके लाखों रुपए वसूलते थे। लेकिन पिछले चार सालों में अधिकारियों ने यहां लगातार शिकंजा कसा।

नकल माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को खुद अलीगढ़ आकर परीक्षा केंद्रों में छापेमारी तक करनी पड़ी। लेकिन इस साल जब परीक्षाएं ही नहीं हुई # स्कूल संचालकों को ही अंक भेजने थे तो नकल के ठेकेदारों ने अपने विद्यार्थियों को मनमाने तरीके से अंक दिए। वित्तवहीन संगठन ने मांग उठाई की इस मामले में # अधिकारियों से शिकायत करके मांग की जाएगी कि मामले की जांच हो।

वर्जन-
कई संस्थानों की शिकायतें आई # कि उनके विद्यार्थियों के परिणाम नहीं दिख रहे #। स्कूलों से आने वाले शिकायतों को एकत्रित करके बोर्ड के क्षेत्रिय कार्यालय को भेजा जाएगा # विद्यार्थियों के परिणाम ठीक कराए जाएंगे। स्कूल संचालकों की अन्य समस्याओं को # दूर किया जाएगा। तकनीकि खामियों के कारण जिलावार परिणाम हमें प्राप्त नहीं हो सकता है।
-डॉ धर्मेंद्र शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक

# # # ##

[ad_2]

Source link