B.Tech will be offered in 11 regional languages including Hindi from the new academic session, AICTE approves 14 engineering colleges in 8 states | नए एकेडमिक सेशन से हिंदी समेत 11 क्षेत्रीय भाषाओं में होगी बी.टेक की पढ़ाई, AICTE ने 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेज को दी मंजूरी
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3 घंटे पहले
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केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में जानकारी दी कि ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने 11 क्षेत्रीय भाषाओं में बी.टेक पाठ्यक्रम को मंजूरी दी है। इसके तहत 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेज में नए सेशन से रीजनल लैंग्वेज में पढ़ाई कराई जाएगी। इन भाषाओं में हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, गुजराती, मलयालम, बंगाली, असमी, पंजाबी # उड़िया शामिल #।
छह चुनिंदा कोर्सेस की होगी पढ़ाई
AICTE की मंजूरी के बाद अब उत्तर प्रदेश की चार, राजस्थान की दो, मध्य प्रदेश # उत्तराखंड की 1-1 इंस्टीट्यूट हिंदी में कोर्स ऑफर करेगी। वहीं, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल # तमिलनाडु के संस्थान तेलगु,मराठी,बंगाली # तमिल में बी.टेक कोर्सेस की पढ़ाई कराएंगे। फिलहाल यह इंजीनियरिंग कॉलेज इलेक्ट्रॉनिक्स, कम्प्यूटर साइंस जैसे छह चुनिंदा ब्रांचेज में इन लैंग्वेज में कोर्स ऑफर करेंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
इस बारे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर कर बताया कि, ”AICTE ने 11 रीजनल लैंग्वेज में बी.टेक कोर्सेस को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यधारा की शिक्षा में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध #। राष्ट्रीय शिक्षा नीति विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को सशक्त बनाने के लिए इस महत्वपूर्ण आयाम पर जोर देती है।”
शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल की थी घोषणा
पिछले साल शिक्षा मंत्रालय ने यह घोषणा की थी कि वह देश में टेक्नीकल एजुकेशन खासकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई रीजनल लैंग्वेज में सुनिश्चित करेगा। इसे एकेडमिक सेशन 2021-22 से लागू किया जाएगा। मंत्रालय ने यह उम्मीद जताई की थी कि IITs-NITs जैसे देश के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट सबसे पहले रीजनल लैंग्वेज में इंजीनियरिंग कोर्सेस ऑफर करेंगी।
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